PM Modi in UP’s Bulandshahr: हमें देव से देश और राम से राष्ट्र के मार्ग को और प्रशस्त करना है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश में कई विकास परियोजनाओं का अनावरण किया और कहा कि उनकी सरकार किसानों के कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है और कृषि को प्रौद्योगिकी से जोड़ने का प्रयास कर रही है।

प्रधानमंत्री ने सोमवार को अयोध्या में भव्य राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का जिक्र किया और कहा कि ’22 तारीख को अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम के दर्शन हुए. अयोध्या में मैंने रामलला के सानिध्य में कहा था कि प्राण प्रतिष्ठा का कार्य संपन्न हुआ, अब राष्ट्र प्रतिष्ठा को नई ऊंचाई देने का समय है।

“हमें देव से देश और राम से राष्ट्र के मार्ग को और प्रशस्त करना है। हमारा लक्ष्य साल 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है। और लक्ष्य बड़ा हो तो उसके लिए हर साधन जुटाना होता है, सबको मिल करके प्रयास करना पड़ता है। विकसित राष्ट्र भारत का निर्माण भी यूपी के तेज विकास के बिना संभव नहीं है। इसके लिए हमें खेत-खलिहान से लेकर ज्ञान-विज्ञान, उद्योग-उद्यम तक हर शक्ति को जगाना है। आज का ये आयोजन इसी दिशा में एक और बड़ा कदम है, महत्वपूर्ण कदम है।” पीएम मोदी ने कहा।

“2017 में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद से, यूपी ने पुरानी चुनौतियों से निपटने के साथ ही, आर्थिक विकास को नई गति दी है। आज का कार्यक्रम हमारी इस प्रतिबद्धता का प्रमाण है। आज भारत में दो बड़े डिफेंस कॉरिडोर पर काम चल रहा है, उनमें से एक यूपी में, पश्चिमी यूपी में बन रहा है। आज भारत में नेशनल हाईवे का तेजी से विकास हो रहा है, उसमें से अनेक पश्चिमी यूपी में बन रहे हैं।

सशक्त राष्ट्र के निर्माण का मिलकर काम करना है

आज हम यूपी के हर हिस्से को आधुनिक एक्सप्रेस वे से कनेक्ट कर रहे हैं। भारत का पहला नमो भारत ट्रेन प्रोजेक्ट, पश्चिमी यूपी में ही शुरू हुआ है। यूपी के कई शहर मेट्रो सुविधा से जुड़ रहे हैं। यूपी, ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का भी हब बन रहा है और ये बात बहुत बड़ी है साथियों, आने वाली शताब्दियों तक इसका महात्म्य रहने वाला है, जो आपके नसीब में आया है। जब जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनकर तैयार हो जाएगा तो इस क्षेत्र को एक नई ताकत, नई उड़ान मिलने वाली है”, उन्होंने कहा।

उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के योगदान को भी याद करते हुए कहा कि, इस क्षेत्र ने तो राष्ट्रको कल्याण सिंह जी जैसा सपूत दिया है, जिन्होंने रामकाज और राष्ट्रकाज, दोनों के लिए अपना जीवन समर्पित किया। आज वो जहां हैं, अयोध्या धाम को देखकर बहुत आनंदित हो रहे होंगे। ये हमारा सौभाग्य है कि देश ने कल्याण सिंह जी और उनके जैसे अनेकों लोगों का सपना पूरा किया है। लेकिन अभी भी सशक्त राष्ट्र के निर्माण का, सच्चे सामाजिक न्याय का उनका स्वप्न पूरा करने के लिए हमें अपनी गति और बढ़ानी है, और जिसके लिए हमें मिलकर काम करना है।

पीएम मोदी ने कहा कि देश में दो बड़े डिफेंस कॉरिडोर पर काम चल रहा है और उनमें से एक उत्तर प्रदेश में बन रहा है.

आज भारत में नेशनल हाईवे का तेजी से विकास हो रहा है, उसमें से अनेक पश्चिमी यूपी में बन रहे हैं। राष्ट्र

आज हम यूपी के हर हिस्से को आधुनिक एक्सप्रेस वे से कनेक्ट कर रहे हैं। भारत का पहला नमो भारत ट्रेन प्रोजेक्ट, पश्चिमी यूपी में ही शुरू हुआ है। यूपी के कई शहर मेट्रो सुविधा से जुड़ रहे हैं। यूपी, ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का भी हब बन रहा है और ये बात बहुत बड़ी है साथियों, आने वाली शताब्दियों तक इसका महात्म्य रहने वाला है, जो आपके नसीब में आया है। जब जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनकर तैयार हो जाएगा तो इस क्षेत्र को एक नई ताकत, नई उड़ान मिलने वाली है। उन्होंने कहा।

उन्होंने किसानों के कल्याण के लिए कदम उठाने की बात कही, सरकार के प्रयासों से आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश रोजगार देने वाले प्रमुख सेंटर्स में से एक बन रहा है। केंद्र सरकार, देश में चार नए औद्योगिक स्मार्ट शहर बनाने की तैयारी में है। ऐसे नए शहर जो दुनिया के श्रेष्ठ मैन्युफैक्चरिंग और निवेश स्थलों को टक्कर दे सके। इसमें से एक औद्योगिक स्मार्ट शहर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में बना है। और आज मुझे इस महत्वपूर्ण टाउनशिप का उद्घाटन करने का सौभाग्य मिला है। यहां हर वो बुनियादी सुविधाएं विकसित की गई हैं, जो रोजमर्रा के जीवन के लिए, व्यापार-कारोबार-उद्योग के लिए चाहिए। अब ये शहर, दुनियाभर के निवेशकों के लिए तैयार है। इसका लाभ यूपी के, विशेष रूप से पश्चिमी यूपी के हर छोटे, लघु और कुटीर उद्योग को भी होगा। इसके बहुत बड़े लाभार्थी हमारे किसान परिवार, हमारे खेत मजदूर भी होंगे। यहां कृषि आधारित उद्योगों के लिए नई संभावनाएं बनेंगी।

पहले खराब कनेक्टिविटी की वजह से किसान की पैदावार समय पर बाज़ार नहीं पहुंच पाती थी। किसानों को अधिक भाड़ा भी देना पड़ता है। गन्ना किसानों को कितनी परेशानी होती थी, ये आपसे बेहतर और कौन जानता है? किसानों की उपज को अगर विदेश एक्सपोर्ट करना होता था, तो वो भी मुश्किल था। यूपी समंदर से बहुत दूर है, इसलिए उद्योगों के लिए जो गैस और दूसरे पेट्रोलियम प्रोडक्ट चाहिए, उन्हें भी ट्रकों में लाना पड़ता था। इन सारी चुनौतियों का हल, नए एयरपोर्ट और नए डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में है। अब यूपी में बना सामान, यूपी के किसानों के फल-सब्जी, और ज्यादा आसानी से विदेशी बाजार तक पहुंच पाएंगे।

गन्ना किसान हो, गेहूं और धान किसान हो, सभी किसानों को पहले अपनी ही उपज का पैसा पाने के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ता था। लेकिन हमारी सरकार इस परिस्थिति से किसान को बाहर निकाल रही है। हमारी सरकार ने ये सुनिश्चित किया है मंडी में अनाज बेचने पर किसान का पैसा सीधे किसान के बैंक अकाउंट में जाना चाहिए। डबल इंजन सरकार ने गन्ना किसानों से जुड़ी समस्याओं को भी लगातार कम करने का प्रयास किया है। गन्ना किसानों की जेब में ज्यादा से ज्यादा पैसे जाएं, इसके लिए हमारी सरकार इथेनॉल बनाने पर बल दे रही है। इस वजह से किसानों को हजारों करोड़ रुपए अतिरिक्त मिले हैं।

कृषि और कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के निर्माण में हमारे किसानों का योगदान हमेशा से अभूतपूर्व रहा है। 

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