भारत में अब तक तीन बार आपातकाल लगाया जा चुका है। जिसमें वर्ष 1962, 1971 और 1975 में अनुच्छेद 352 के तहत राष्ट्रीय आपातकाल लागू किया गया था।
केंद्र की मोदी सरकार ने 25 जून को संविधान हत्या दिवस घोषित किया है. केंद्र सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है. 25 जून 1975 को तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी. अब इसी बात को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार ने कांग्रेस को घेरते हुए इस दिन को संविधान हत्या दिवस घोषित कर दिया है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर इसकी जानकारी दी है. उन्होंने पोस्ट किया, 25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने तानाशाही मानसिकता का परिचय देते हुए देश में आपातकाल लगाकर हमारे लोकतंत्र की आत्मा का गला घोंट दिया। बिना किसी गलती के लाखों लोगों को जेल में डाल दिया गया और मीडिया की आवाज दबा दी गई। भारत सरकार ने हर वर्ष 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। यह दिन उन सभी लोगों के महान योगदान को याद करेगा जिन्होंने 1975 के आपातकाल के अमानवीय दर्द को सहन किया था।
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अमित शाह ने आगे कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले का उद्देश्य उन लाखों लोगों के संघर्ष का सम्मान करना है, जिन्होंने तानाशाही सरकार की अनगिनत यातनाओं और उत्पीड़न का सामना करने के बावजूद लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए लड़ाई लड़ी। संविधान की हत्या के दिन भारत लोकतंत्र की रक्षा और व्यक्तिगत स्वतंत्रता की अमर लौ को प्रज्वलित रखने के लिए काम करेगा, ताकि भविष्य में कांग्रेस जैसी कोई सत्तावादी मानसिकता इसे दोहरा न सके। #संविधानहत्यादिवस।