उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार को एक धार्मिक आयोजन के दौरान मची भगदड़ में कम से कम 100 से अधीक लोगों की मौत हो गई, जिनमें ज़्यादातर महिलाएँ थीं। यह घटना उस समय हुई जब एक धार्मिक उपदेशक हाथरस जिले के सिकंदरा राऊ क्षेत्र के रति भानपुर गाँव में एक विशेष रूप से बनाए गए तंबू में अपने अनुयायियों को संबोधित कर रहे थे।
पुलिस के अनुसार, प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि कार्यक्रम स्थल पर घुटन के कारण सत्संग में भाग लेने वाले लोगों में बेचैनी पैदा हो गई। इसके बाद लोग भागने लगे, जिससे भगदड़ मच गई। पुलिस ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान बहुत गर्मी और उमस थी।
पुलिस महानिरीक्षक (अलीगढ़ रेंज) शलभ माथुर ने बताया, यह धार्मिक उपदेशक भोले बाबा की सत्संग सभा थी। एटा और हाथरस जिले की सीमा पर स्थित इस स्थान पर मंगलवार दोपहर को सभा के लिए अस्थायी अनुमति दी गई थी। हाथरस पास के अस्पताल में भर्ती एक पीड़ित ने बताया, घटनास्थल पर समर्थकों की भारी भीड़ जमा थी। बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं था, और हर कोई एक-दूसरे पर गिर पड़ा, और भगदड़ मच गई। जब मैंने बाहर निकलने की कोशिश की, तो बाहर मोटरसाइकिलें खड़ी थीं, जिससे मेरा रास्ता अवरुद्ध हो गया। कई लोग बेहोश हो गए, जबकि अन्य की मौत हो गई।
हाथरस के घटना की वास्तविक कारण की जांच की जा रही है।
इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख व्यक्त किया और हाथरस जिले और उसके आसपास के अधिकारियों को बचाव और राहत कार्यों में तेजी लाने का निर्देश दिया। सीएम कार्यालय ने ट्विटर पर लिखा, “उन्होंने एडीजी आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में घटना के कारणों की जांच करने के निर्देश भी दिए हैं।”
हाथरस का ऐसा दर्दनाक हादसा जिसका दृश्य देखकर देश दुनिया के लोगों में त्राहिमाम मच गया । कहीं लाशों की ढेर के बीच मां की पुकार, तो कहीं जान बचाने के लिए उपचार के लिए पीड़ितों का गुहार । मगर एक बात तो सत्य है भोले भाले लोगों में अंधविश्वास भी ज्यादा ही होता है । जल्दी से किसी पर यकीन कर लेना, थोड़ी सी अच्छी बातें सुनकर किसी को श्रेष्ठ मानकर पूजने लग जाना ।
अगर कोई बाबा यह दावा करता है कि उनकी परमात्मा से बात होती है, इस बात का हवाला देकर लाखों श्रद्धालुओं को इकट्ठा करना, लोगों में भ्र्म में पैदा करना आखिर यह क्या है। जहां हजारों लोगों की व्यवस्था हो वहां पर लाखों लोगों की भीड़ इकट्ठा होना या कोई बड़े आपदा से कम नहीं है। दोस्तों मगर इतने बड़े हादसा का जिम्मेदार कौन हो सकता है यह बड़ा सवाल है।
यह भी पढ़े : WHO ने वयस्कों में तंबाकू समाप्ति के लिए पहली बार नैदानिक उपचार दिशानिर्देश जारी किये
खुद को भोले बाबा का उपाधि देने वाला नारायण सरकार विश्व हरि उर्फ भोले बाबा के नाम से प्रसिद्ध बाबा जिनके चरण बंधन के लिए बेताब सेकरों श्रद्धालुओं ने अपनी जान तक गवा दी । अंधविश्वास का प्रतीक इससे बड़ा और क्या हो सकता है। तो दोस्तों चलिए यह भी जानने की कोशिस करते है की नारायण सरकार विश्व को बाबा की उपाधि कैसे प्राप्त हुई।
कोण है भोले बाबा ?
इसके लिए हमें कुछ साल पीछे जाना पड़ेगा। दोस्तों बीबीसी रिपोर्ट की माने तो Up पुलिस की नौकरी के सुरवाती दिनों में वे स्थानीय अभिसूचना इकाई में कार्यरत थे और क़रीब 28 साल पहले छेड़खानी के एक मामले में अभियुक्त होने के कारण निलंबित कर दिए गए। निलंबित होने के कारण सूरजपाल जाटव को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था। हालांकि इससे पहले सूरजपाल जाटव क़रीब 18 पुलिस थाना और स्थानीय अभिसूचना इकाई में अपनी सेवाएं दे चुके थे।
पुलिस सेवा से बर्खास्त होने के बाद सूरजपाल अदालत की शरण में गए फिर उनकी नौकरी बहाल हो गई। लेकिन 2002 में आगरा ज़िले से सूरजपाल ने वीआरएस ले लिया । पुलिस सेवा से निवृत्त होने के बाद सूरजपाल जाटव अपने गांव नगला बहादुरपुर वापस लौट गए गांव में कुछ दिन रुकने के बाद सूरजपाल जाटव ने ईश्वर से संवाद होने का दावा किया औऱ खुद को भोले बाबा के तोर पर खुद को स्थापित करने के दिशा में काम शुरू किया।
देखते देखते हजारों श्रद्धालुओं जुड़ने लगे दिलचस्प ये भी है कि नारायण साकार अपने भक्तों से कोई भी दान, दक्षिणा और चढ़ावा आदि नहीं लेते हैं । लेकिन इसके बावजूद उनके कई आश्रम स्थापित हो चुके हैं। वहीं अगर बात करें बाबा की पहनावे की तो बाबा आम साधु संतों की तरह गेरुआ वस्त्र नहीं पहनते वह महंगे गॉगल्स औऱ सफेद पेंट शर्ट पहनते हैं ।
यह भी देखे : https://youtube.com/@Aapkeliye_24
DM ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर
हाथरस की घटना के बाद जिलाधिकारी द्वारा आम लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाईन 05722227041 तथा 05722227042 जारी किये हैं।
जनपद हाथरस में हुई दुर्घटना के दृष्टिगत जिला प्रशासन द्वारा घटना की स्थिति पर दृष्टि बनाते हुए आम लोगों की सहायता हेतु हेल्पलाईन 05722227041 तथा 05722227042 जारी किये गये हैं@myogiadityanath @UPGovt @InfoDeptUP
— DM Hathras (@dm_hathras) July 2, 2024