बिहार के दरभंगा में विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) सुप्रीमो मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की हत्या के मामले में पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है. इनसे कड़ी पूछताछ चल रही है. सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद दोनों संदिग्धों को पुलिस ने उठाया है. वहीं इस मामले में पटना से भी एक एसटीएफ की टीम दरभंगा के लिए रवाना हो गई है. डीआईजी ने दावा किया है कि 8 घंटे के अंदर इस हत्या को अंजाम देने वाले पकड़े जाएंगे.
जीतन सहनी की सोमवार रात उनके घर में धारदार हथियार से नृशंस हत्या की गई है। उनका घर बिरौल के पास अफजला गांव में है। वो अपने घर से थोड़ी ही दूरी पर घनश्यामपुर थाने के जिरात गांव में नया घर बना रहे थे। पिछले कुछ दिनों से रात में वे वहीं अकेले सोते थे। उनकी पत्नी का निधन पहले ही हो चुका है। दोनों बेटे मुकेश और संतोष सहनी मुंबई में रहते है। उनकी मदद के लिए खाना पकाने वाली आती थी जो काम के बाद चली जाती थी। कल रात जीतन की छोटे बेटे संतोष से रात 8 बजे बात भी हुई है। जीतन ने सुबह मंगल पूजा के लिए फूल मंगवाया था। फूल देने पहुंचे आदमी के आवाज देने पर भी गेट ना खुलने पर और लोग आ गए तो पीछे के रास्ते जाने पर हत्या का पता लगा।
दरभंगा ग्रामीण एसपी काम्या मिश्रा के नेतृत्व में एक एसआईटी का गठन किया गया है। मौके पर एसएसपी, डीआईजी समेत पहुंचे हैं। दरभंगा में पोस्टमार्टम चल रहा है। मुकेश सहनी के छोटे भाई संतोष सहनी पहुंच गए हैं जबकि मुकेश का इंतजार चल रहा है जो घटना की जानकारी होने के बाद सुबह मुंबई से दरभंगा के लिए निकले हैं। मुकेश के पिता जीतन सहनी की हत्या किसने की और क्यों की, ये सवाल पुलिस के सामने सबसे बड़ा सवाल है। हिरासत में लिए गए दो संदिग्ध कौन हैं और उनसे पूछताछ में अब तक क्या पता चला है, पुलिस इसे जांच पर असर पड़ने की आशंका के कारण बता नहीं रही है। जीतन सहनी की हत्या पर पटना से दिल्ली तक राजनेताओं ने दुख जताया है और हत्यारों को जल्दी पकड़ने की मांग की है।