आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने धोलेरा में सेमीकंडक्टर प्लांट का वर्चुअल भूमि पूजन किया. धोलेरा 91,000 करोड़ रुपये का देश का पहला वाणिज्यिक सेमीकंडक्टर फैब होगा। मोदी ने कहा, अब भारत चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करेगा. टीईपीएल यानी टाटा इलेक्ट्रॉनिक प्राइवेट लिमिटेड ताइवान की कंपनी पावरचिप सेमीकंडक्टर पीएसएमई के साथ मिलकर धोलेरा में सेमीकंडक्टर प्लांट लगाएगी , जिसकी शुरुआत आज हो जाएगी।
देश में सेमीकंडक्टर के इस फैसले से चीन को बड़ा झटका लगने वाला है। दरअसल भारत के चिप मिशन को लेकर दुनियाभर के देशों में उत्सुकता देखने को मिल रही है। अमेरिका, जापान, ताइवान की कंपनियां भारत का रूख कर रही हैं। भारत के सेमीकंडक्टर मिशनने चीन की बेचैनी बढ़ा दी है। दरअसल चीन का सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग में दबदबा है। पूरी दुनिया में सेमीकंडक्टर की कुल बिक्री में चीन का एक तिहाई योगदान है।
उन्होंने कहा, आज युवा देख रहे हैं कि भारत किस तरह प्रगति के लिए, आत्मनिर्भरता के लिए, ग्लोबल सप्लाई चेन में अपनी उपस्थिति के लिए चौतरफा काम कर रहा है। इन प्रयासों से उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा और आत्मविश्वास से भरा युवा कहीं भी हो, वो अपने देश का भाग्य बदल देता है।
इस अभूतपूर्व अवसर पर हमारे साथ देश के 60 हजार से ज्यादा कॉलेज, यूनिवर्सिटी और एजुकेशन इंस्टीट्यूट भी जुड़े हुए हैं। ये अपने आप में एक रिकॉर्ड ही है। आज हम सुनहरे भविष्य की ओर छलांग लगाते हुए इतिहास रच रहे हैं हमने भारत में सेमीकंडक्टर विनिर्माण के लिए लगभग 1.25 लाख करोड़ रु की 3 प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन किया है। ये परियोजनाएं भारत को सेमीकंडक्टर विनिर्माण में वैश्विक केंद्र बनने में मदद करेंगी।
टाटा की सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्ट प्राइवेट लिमिटेड की असेंबली और असम में टेस्टिंग यूनिट 27000 करोड रुपए के निवेश से तैयार की जा रही है. गुजरात के साणंद में 7600 करोड रुपए के निवेश से सीजी पावर और जापान की रेनेसा भी एक सेमी कंडक्टर प्लांट लगाने जा रही है जिसमें रोजाना 15 मिलियन चिप्स बनाई जा सकती हैं.