गुजरात में बढ़ा चांदीपुरा वायरस का प्रकोप, अब तक 13 जिलों में 15 की मौत, 27 मामले सामने आए

चांदीपुरा वायरस ने पिछले 3 हफ्ते से गुजरात में चिंता बढ़ा दी है. राज्य के 12 जिलों में चांदीपुरा वायरस के 26 मामले सामने आ चुके हैं. जिनमें से 14 की मौत हो चुकी है. चांदीपुरा वायरस के प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्य प्रणाली को भी सतर्क कर दिया गया है।

आज गुजरात सरकार ने राज्य में चांदीपुरा वायरस के आंकड़े जारी किए हैं. जिसके तहत उत्तरी गुजरात के साबरकांठा और अरावली जिलों में चंडीपुरा वायरस के सबसे ज्यादा 4 मामले सामने आए हैं. सभी बाल मरीजों की मौत हो गई है. वहीं गुजरात से सटे राजस्थान में चांदीपुरा वायरस के 2 संदिग्ध मामले सामने आए हैं, जिनमें से 1 की मौत हो चुकी है. इसी तरह मध्य प्रदेश के सीमांत में भी एक बच्चा मरीज सामने आया है. इस प्रकार देशभर के आंकड़ों पर नजर डालें तो चांदीपुरा वायरस के 29 संदिग्ध मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 15 की मौत हो चुकी है।

आज 6 और बच्चों की मौत हो गई.

कल तक खबर थी कि गुजरात में चांदीपुरा वायरस से 8 मरीजों की मौत हो गई है. जिसमें साबरकांठा में 2, अरवल्ली में 3, महिसागर में 1 और राज्य के बाहर से एक मरीज की मौत हुई है। वहीं आज सरकार की ओर से जारी आधिकारिक आंकड़ों में गुजरात में 14 लोगों की मौत बताई गई है. यानी आज एक ही दिन में 6 और बच्चों की मौत हो गई है.

स्वास्थ्य प्रणाली अलर्ट

चांदीपुरा वायरस की स्थिति की स्वास्थ्य मंत्री द्वारा प्रतिदिन निगरानी और पर्यवेक्षण किया जाता है। चंडीपुरा बीमारी को फैलने से रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा 10181 घरों में कुल 51,724 व्यक्तियों की निगरानी की गई है। जबकि कुल 3567 कच्चे पाए गए घरों में से 3741 (घरों में 3567 और अन्य पशु शेड क्षेत्रों में 174) पर भी मैलाथियान पाउडर छिड़का गया है।

इतना ही नहीं प्रत्येक मामले की जांच रैपिड रिस्पांस टीम से कराने का निर्देश दिया गया है. जिन क्षेत्रों में ऐसे संदिग्ध मामले पाए गए हैं, उस क्षेत्र के व्यक्तियों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण का उपयोग करने के लिए कहा गया है। राज्य के हर जिले और मेडिकल कॉलेजों में भर्ती ऐसे मरीजों के सैंपल तुरंत लेकर एनआईवी पुणे भेजने को कहा गया है. इसके अलावा सुझाव दिया गया है कि ऐसे मामलों का तुरंत अस्पताल में इलाज किया जाना चाहिए.

Leave a Comment