राज्य में ब्याजखोरों से परेशान लोगों के आत्महत्या की घटनाएं कई बार सामने आ चुकी है। पुलिस के अभियान के दौरान ही सूरत में भी कई बार सुनने में आता है की कुछ पैसे डेली कलेंसन पर ले लेते है और वह भरने में न समर्थ हो जाते है तो यह सब कृत करने का कदम उठा लेते है जेसे की जहर पीना, आत्महाया करना, गले में फासी से लटकना इत्यादि, आत्महत्या की वजह राज्य में ब्याजखोरी रही हैं।
अवैध तरीके से ऋण देकर ब्याजखोरी का धंधा करने वालों के खिलाफ मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने पुलिस को सख्ती बरतने के आदेश दिये हैं। पुलिस ने सोमवार से राज्यभर में लोक दरबार लगाकर लोगों से ब्याज का अवैध धंधा करने वालों की शिकायतें लेना शुरु कर दिया है। कांग्रेस ने राज्य में अपराध बढने व ब्याजखोरों के आतंक से लोगों के आत्महत्या करने का मुद्दा उठाया गया था।
ब्याजखोरों से परेशान होकर लोग कर रहें आत्महत्याग्रह
राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने बताया कि राज्य में गरीब व जरुरतमंद लोगों को अवैध तरीके से ऋण देकर उनका आर्थिक शोषण करने वालों के खिलाफ गुजरात पुलिस एक अभियान चलाकर उनके खिलाफ कानूनी कार्यवाही करेगी। सूरत पुलिस आयुक्त अजय तोमर ने गैरकानूनी तरीके से ब्याज वसूलने वालों के खिलाफ एक खास मुहिम चलाई थी, उसकी सफलता के बाद अब इसे राज्य में लागू किया गया है।