दक्षिण गुजरात के कई जिलों में शनिवार सुबह से मूसलाधार बारिश हुई। वलसाड और नवसारी जिले के गणदेवी में भारी बारिश से पूरा क्षेत्र जलमग्न हो गया। वलसाड में 4 इंच बारिश हुई। बारिश के बाद कई सड़कें पानी में डूब गईं जिससे आवागमन प्रभावित है। पारडी के पलसाणा में पुल पर कार फंस गई, जिसे जेसीबी की मदद से बाहर निकाला गया। नवसारी जिले की गणदेवी में 4 घंटे में पौने 6 इंच बारिश हुई। जलालपोर का खरसाड गांव टापू में तब्दील हो गया। सुबह 6 से दिन के 12 बजे तक राज्य की 48 तहसीलों में बारिश हुई।
समेत दक्षिण गुजरात में और आने वाले दिनों में भारी बारिश की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा एहतियात के तौर पर लिया गया है । जिला कलेक्टर आयुष ओके ने उठाए जा रहे कदमों की जानकारी देते हुए कहा कि भारी बारिश के कारण सूरत जिले में नालों पर बने 28 मार्ग और रास्ते बंद कर दिए गए है। 14 इंच बारिश के कारण उमरपाड़ा तालुका की आठ प्रमुख सड़कें बंद कर दिए गए हैं। उमरपाड़ा के करीब 56 गांवों में मिट्टी के घरों में रह रहे निवासीओं का सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरण किया गया है। जबकि इन गांवों में कोई भी झील, जलाशय, बांधो में ग्रामीणों को माछीमारी न करने की भी हिदायत दी गई है। वर्तमान में जिले में कोई हताहत नहीं हुआ होने की जानकारी कलेक्टर ने दि है।
दूसरी ओर वलसाड में भारी बारिश के कारण जिले की 11 सड़कों को आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया। 11 लो लेवल ब्रिज पर पानी जमा होने से वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। मूसलाधार बारिश के कारण नवसारी जिले के जलालपोर का खरसाड गांव टापू में बदल गया है। यहां आसपास के 5 गांवों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं।