दक्षिण कोरिया से ताइवान जाने वाली बोइंग की फ्लाइट KE189 उड़ान भरने के कुछ देर बाद अचानक 26,900 फीट नीचे आ गई, जिसके बाद इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। इस दौरान कई यात्रियों को सांस लेने में दिक्कत हुई और कान में दर्द हुआ। इसके बाद फ्लाइट के क्रू मेंबर्स ने यात्रियों को ऑक्सीजन मास्क लगाने को कहा।
ब्रिटेन की मीडिया हाउस इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के मुताबिक, फ्लाइट ने शनिवार को स्थानीय समयानुसार शाम 4 बजकर 45 मिनट पर दक्षिण कोरिया के इंचियोन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। उड़ान के 50 मिनट बाद ही उसमें तकनीकी खराबी आ गई। इसके कारण फ्लाइट 15 मिनट में ही 26,900 फीट नीचे आ गई। उस समय यह दक्षिण कोरिया के जेजू द्वीप के ऊपर थी। तब विमान के प्रेशर सिस्टम ने तकनीकी खराबी का सिग्नल दिया, जिसके बाद फ्लाइट को टेकऑफ की लोकेशन इंचियोन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतारा गया।
योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, विमान ताइवान की ओर जा रहा था तभी विमान के आंतरिक दबाव को नियंत्रित करने वाले सिस्टम में खराबी आ गई। इसके बाद विमान हवा में तेजी से नीचे आया जिसके चलते यात्रियों को असुविधा हुई। अचानक दबाव में बदलाव के कारण यात्रियों की नाक से खून बहने लगा। परिवहन मंत्रालय के अनुसार, नीचे उतरने के दौरान 15 यात्रियों को कान के पर्दे में दर्द और हाइपरवेंटिलेशन की समस्या हुई।, उनमें से 13 को अस्पताल ले जाया गया। विमान में 125 यात्री सवार थे।
यात्रियों ने बताया कि वे लोग बहुत डर गए थे और विमान में मौजूद बच्चे रोने लगे थे। यात्रियों को डर था कि कहीं फ्लाइट नीचे न गिर जाए। कोरियन एविएशन अथॉरिटी ने फ्लाइट की तकनीकी खराबी का कारण जानने के लिए जांच के आदेश दे दिए है। सभी यात्रियों को 19 घंटे बाद एक दूसरी फ्लाइट से ताइवान के ताइपे पहुंचा गया।