इस महीने सऊदी अरब में वार्षिक हज यात्रा के दौरान भीषण गर्मी के चलते 1300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में सबसे ज्यादा मिस्र के नागरिक थे। हज पर गए लोगों का कहना है कि ये मौतें काफी हद तक टाली जा सकती थीं। इतनी बड़ी तादाद में हाजियों की मौतों में एक अहम वजह सऊदी अधिकारियों की लापरवाही बनी।
मिडिल ईस्ट आई ने इस साल हज करने वाले सात मिस्रवासियों से बात की है। सऊदी अरब में 20 वर्षों से रह रहे उमर ने हज पूरा करने के बाद मक्का से मिडिल ईस्ट आई को बताया, लोग मेरे चारों ओर गिर रहे थे और जब भी मैं एंबुलेंस रोकता था तो पैरामेडिक्स कहते थे कि वे किसी और को बचाने के लिए जा रहे हैं। जाहिर है जब लोगों को इलाज की जरूरत थी तो उनको इलाज नहीं मिल पा रहा था और वो दम तोड़ रहे थे।
इस महीने सऊदी अरब में वार्षिक हज यात्रा के दौरान भीषण गर्मी के चलते 1300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है। मरने वालों में सबसे ज्यादा मिस्र के नागरिक थे। हज पर गए लोगों का कहना है कि ये मौतें काफी हद तक टाली जा सकती थीं। इतनी बड़ी तादाद में हाजियों की मौतों में एक अहम वजह सऊदी अधिकारियों की लापरवाही बनी। मिडिल ईस्ट आई ने इस साल हज करने वाले सात मिस्रवासियों से बात की है। सऊदी अरब में 20 वर्षों से रह रहे उमर ने हज पूरा करने के बाद मक्का से मिडिल ईस्ट आई को बताया, ‘लोग मेरे चारों ओर गिर रहे थे और जब भी मैं एंबुलेंस रोकता था तो पैरामेडिक्स कहते थे कि वे किसी और को बचाने के लिए जा रहे हैं। जाहिर है जब लोगों को इलाज की जरूरत थी तो उनको इलाज नहीं मिल पा रहा था और वो दम तोड़ रहे थे।
सीएनएन को हज यात्रियों ने बताया कि सऊदी अरब में भीषण गर्मी के प्रभाव से यात्रियों को बचाने के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं थे. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हज यात्रा के दौरान लोग अचानक बेहोश हो रहे थे. उन्होंने कहा कि घर लौटते समय रास्ते में मैंने कई तीर्थयात्रियों को मरते हुए देखा. लगभग हर कुछ सौ मीटर पर एक शव पड़ा था और उसे सफेद कपड़े से ढका हुआ था.