राजकोट के निजी गेम में जैसे आग लगने की घटना सामने आई है वैसे ही प्रशासन ने तमाम उपाय किए लेकिन गर्मी के मौसम में आग इतनी ज्यादा भड़की कि अंदर फंसे लोगों को बाहर नहीं निकाला जा जका। सूचना पर अभिभावकों में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुंचे लोगों हाथ जोड़कर प्रार्थन करते रहे लेकिन 24 की मौत फिर भी हो गई। इस दुखद हादसे पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने संज्ञान लिया है।

राजकोट नगर निगम आयुक्त आनंद पटेल ने कहा कि घटनास्थल पर गर्मी की छुट्टियों के कारण बड़ी संख्या में मौके पर मौजूद थे। मृतकों और घायलों की सही संख्या बचाव अभियान पूरा होने के बाद ही पता चलेगा। वहीं, सीएम भूपेंद्र पटेल ने भी इस हादसे का संज्ञान लिया है। उन्होंने नगर निगम और प्रशासन को तत्काल बचाव और राहत कार्य के निर्देश दिए हैं।
इस घटना पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने ट्वीट कर जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि’राजकोट में गेम जोन में आग लगने की घटना में नगर निगम और प्रशासन को तत्काल बचाव और राहत कार्य के निर्देश दिए गए हैं। घायलों के तत्काल इलाज की व्यवस्था को प्राथमिकता देने का भी निर्देश दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजकोट गेमजोन में अग्निकांड की घटना पर शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लियाा है कि राजकोट में आग लगने की घटना से बेहद व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। घायलों के लिए प्रार्थना. स्थानीय प्रशासन प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहा है। तो वहीं दूसरी ओर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने इस घटना की जांच के लिए SIT बनाई है। राज्य सरकार की ओर से मृतक के परिवारों को चार लाख और घायलों को 50000 के मुआवजे की घोषणा की गई। यह सामने आया है कि गेम जोन के संचालक ने फायर डिपार्टमेंट से एनओसी नहीं ली थी।
स्थानीय अधिकारी ने बताया कि गेम जोन में आग लगने के बाद एक किलोमीटर तक धुएं का गुबार देखा गया. गेम जोन परिसर से आग की लपटें निकलने लगी. आग लगने की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है. अब तक 12 बच्चों समेत कुल 24 लोगों की जान जा चुकी है. कई लोग गंभीर रूप से झुलसे हैं. उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.