किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में 13 मई को मिस्र और अरबों के बीच लड़ाई के बाद हिंसा भड़क उठी है। किर्गिज लोग भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के छात्रों को निशाना बना रहे हैं। उधर, बिश्केक स्थित भारतीय दूतावास ने बयान जारी कर कहा कि पिछले कुछ दिनों में एक अप्रिय घटना हुई है।यहां विभिन्न शहरों में करीब 17000 भारतीय छात्र हैं। इसके अधिकांश छात्र बिश्केक में रहते हैं। हिंसा का असर किर्गिस्तान में पढ़ रहे कुछ गुजराती छात्रों पर भी पड़ रहा है।

कोटा का एक स्टूडेंट किर्गिस्तान के बिश्केक में फंसा हुआ है. वो एमबीबीएस अंतिम वर्ष का छात्र है. स्टूडेंट का नाम आपको नहीं बता सकते क्योंकि स्टूडेंट का कहना है कि मेरा फाइनल एयर है और मुझे डिग्री में दिक्कत आ सकती है. स्टूडेंट ने बताया कि (हाडोती) कोटा-बारां जिले के 20 से अधिक छात्र यहां मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं. अधिकांश जूनियर स्टूडेंट्स है, उनका कोर्स पूरा नहीं हुआ है. वे घर आना चाहते हैं, इधर कोटा में माता-पिता चिंतित है. सुबह शाम कॉल कर हाल-चाल जानते हैं. छात्र ने आगे बताया कि मैं 2019 में यहां आया था, एमबीबीएस जून में पूरी होनी है. इसके बाद डिग्री लेकर ही कोटा आना था कि हिंसा शुरू हो गई.
रवि ने बताया कि किर्गिस्तान में मेडिकल की पढ़ाई करना काफी सस्ता है. दूसरे देशों के मुकाबले यहां आधे खर्च में ही मेडिकल की पढ़ाई हो जाती है. वह भी एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. जिन विद्यार्थियों को विदेश से एमबीबीएस करना होती है वह किर्गिस्तान को अपने पहले नंबर पर रखते हैं. रवि ने बताया कि यदि आने-जाने की फ्लाइट के साथ सभी खर्च को जोड़ दिया जाए तो 40 लाख रुपए में 5-6 साल का कोर्स पूरा हो जाता है.
छात्र ने बताया कि घटना की शुरुआत 13 मई से हुई. किर्गिस्तान के कुछ लोकल लोगों ने शराब पी रखी थी. नशे में पाकिस्तानी स्टूडेंट से लोकल ने सिगरेट मांगी उन्होंने दी नहीं या उनके पास थी नहीं. पता नहीं ऐसा क्या हुआ, पर इस बात को लेकर झगड़ा हुआ. उसके बाद लोकल ने पाकिस्तानी स्टूडेंट को पीटा और वहां से चले गए. उसके बाद अपने अन्य साथियों के साथ पाकिस्तानी स्टूडेंट के फ्लैट पर आए और वहां से उनका सामान चोरी कर ले गए. उसके बाद क्या हुआ आगे का पता नहीं. लेकिन 17 तारीख को फिर से इजिप्ट के लोगों के हॉस्टल में तीन लोग घुसते हैं और लड़कियों से छेड़छाड़ करते हैं तो इजिप्ट के लोग लोकल्स को पीट देते है.
तीनों वहां से भाग जाते हैं, उसके बाद कुछ देर बाद ही वहां के लोकल 100-150 लोग वहां पहुंचते हैं और मारपीट शुरू कर देते हैं. उसके बाद लोकल के अलावा जो भी स्टूडेंट वहां दिख रहा था, सबके साथ ये लोग मारपीट कर रहे थे. जैसे ही कोई बाहर उनको लोकल के अलावा दिखता उस पर टूट पड़ते, अब स्थिति पहले से कंट्रोल में है. पाकिस्तानी हो भारतीय हो सबके साथ मारपीट कर रहे थे. हम सबको हॉस्टलों के अंदर ही रहने के लिए कहा गया है. 17 मई की रात के बाद से हम लोग बाहर नहीं निकले हैं. फ्लाइट भी 20 दिन बाद की बुकिंग हो रही है. गाइडलाइन भी जारी की गई है कि हम लोगों को कोई भी ऑडियो या वीडियो क्लिप फोटो या घटना के बारे में जानकारी नहीं देनी है.