कॉमेडियन श्याम रंगीला ने वाराणसी लोकसभा सीट से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया है. हालांकि, उन्हें नामांकन फॉर्म हासिल करने में दिक्कत हो रही है और उन्होंने इस मामले को लेकर वाराणसी जिला प्रशासन पर आरोप लगाया है. साथ ही रंगीला ने चुनाव आयोग से भी इस मामले में निर्देश जारी करने का आग्रह किया है.
इस बाबत श्याम रंगीला ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया। इस पोस्ट को शेयर करते हुए श्याम रंगीला ने लिखा, ‘वाराणसी में नामांकन फॉर्म प्राप्त करने की प्रक्रिया इतनी जटिल कर दी गई है कि फॉर्म लेना बहुत ज़्यादा मुश्किल हो गया है, घंटों लाइन में लगने के बाद चुनाव कार्यालय से कहा गया कि आप दस प्रस्तावकों के आधार कार्ड की कॉपी (हस्ताक्षर समेत) और उनके फोन नंबर पहले दीजिए तभी फॉर्म के लिये ट्रेजरी चालान फार्म मिलेगा। जबकि ऐसा कोई प्रावधान चुनाव आयोग के नियमों में नहीं है। मैं माननीय चुनाव आयोग से प्रार्थना करता हूं कि वो वाराणसी जिला प्रशासन को उचित दिशानिर्देश देकर, इस देश के लोकतंत्र में हमारे विश्वास को मजबूती दें।’
उन्होंने कहा, “हालांकि, ऐसा प्रावधान चुनाव आयोग के नियमों के अनुरूप नहीं है। मैं माननीय चुनाव आयोग से अनुरोध करता हूं कि वह वाराणसी जिला प्रशासन को उचित निर्देश प्रदान करें, जिससे इस देश के लोकतंत्र में हमारा विश्वास मजबूत हो।”
वाराणसी लोकसभा सीट के लिए नामांकन प्रक्रिया 7 मई को शुरू हुई, नामांकन की आखिरी तारीख 14 मई है। पीएम मोदी तीसरी बार इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. साथ ही कांग्रेस-सपा गठबंधन से अजय राय और बसपा से अतहर जमाल लारी भी इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. वाराणसी लोकसभा सीट पर सातवें चरण का मतदान 1 जून को होगा.