प्रतापगढ़ में रोगियों के इलाज और व्यवस्थाओं में लापरवाही बरतने के मामले में जिला चिकित्सालय के तीन कर्मियों पर गाज गिर गई। निरीक्षण करने पहुंचे सीएमएचओ डाॅ. जीवराज मीणा ने पाई गई कमियों पर तुरंत एक्शन लेते हुए दो नर्सिंग कर्मियों को उनके वार्ड से तुरंत हटा दिया। वहीं रोगियों के परिजनों द्वारा स्ट्रेचर ट्राली खींचते मिलने पर ड्यूटी पर तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मी पर भी कार्यवाही की गई।
सीएमएचओ डॉ. जीवराज मीणा आज जिला कलक्टर के दिशा-निर्देश पर अस्पताल में औचक निरीक्षण करने के लिए गए थे. हाल ही में 31 मार्च को बिलकिसबाई वार्ड में ऑक्सीजन की कमी से एक रोगी की मौत हो गई थी. इस पूरे मामले को लेकर जी न्यूज ने प्रमुखता से इस खबर को दिखाया था. जिसके बाद इस घटनाक्रम की जांच के लिए सीएमएचओ आज अस्पताल के वार्ड में पहुंचकर निरीक्षण किया. उन्होंने मृतक के अस्पताल में पहुंचने से लेकर उसके इलाज तक की समस्त रिकॉर्ड और दवाइयों के साथ ऑक्सीजन की उपलब्धता की जांच पड़ताल में मृतक के उपचार से संबंधित भर्ती पर्ची से लेकर डिस्जार्ज किए जाने तक के मेडिकल रिकॉर्ड को खंगाला. साथ ही घटना वाले दिन मौके पर उपस्थित चिकित्सक और नर्सिंग कर्मियों को बुलाकर उनसे जवाब तलब किया.
इस दौरान वार्ड स्थिति ठीक नहीं पाए जाने पर तीन कर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश पीएमओ को दिया. सीएमएचओ ने बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन भरपूर मात्रा में उपलब्ध है. लेकिन रोगी को ऑक्सीजन किन परिस्थितयों में दिया गया अथवा नहीं दिया गया था.
इसकी जांच के लिए एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर दिया गया है. कमेटी की पूरी रिपोर्ट और पर्चियों की ऑडिट के बाद पूरी पत्रावली जिला कलक्टर को प्रस्तुत किया जाएगा. अस्पताल में रोगियों के उपचार के लिए ओपीडी टाइम में कम से कम तीन डॉक्टर की ड्यूटी सुनिश्चित की गई. इमरजेंसी में 24 घंटे चिकित्सक अस्पताल में उपस्थित रहेगा. इसी के साथ नर्सिंग कर्मियों की ड्यूटी उनकी प्रशिक्षता के आधार पर रोस्टर प्रणाली के अनुसार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.