“रेव पार्टी में जहर की सौदेबाजी पर कदम, लखनऊ की लैब में सैंपल की जांच की जाएगी”

(photo-amar ujala)
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कोर्ट ने अनुमति दी है कि जहर किस सांप का है, इसकी घातकता की जाँच लखनऊ की लैब से कराई जाए।

साथ ही, NWCCB (राष्ट्रीय वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो) भी इस मामले की जाँच करेगा।
अदालत के प्रवेश के बाद, अब नोएडा पुलिस ने बरामद किए गए सांप के जहर की जाँच के लिए लखनऊ की लैब 
को भेजने का निर्णय लिया है।"

मामले की जाँच के बाद, कोर्ट ने इजाजत दी है कि बरामद किया गया जहर किस सांप का है, इसकी घातकता की
जाँच लखनऊ की लैब से कराई जाए।

साथ ही, राष्ट्रीय वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो (NWCCB) भी इस मामले की जाँच करेगा।

यूपी के वन्यजीव विभाग द्वारा NWCCB को पत्र लिखा गया है।

रेव पार्टी में सांपों की आपूर्ति में यूपी के बाहर कई अन्य राज्यों के कनेक्शन मिलने के बाद प्रदेश के वन एवं वन्यजीव 
विभाग ने केंद्रीय ब्यूरो को पत्र लिखा है।
नोएडा पुलिस की कार्रवाई के बाद, वन विभाग के गौतम बुद्ध नगर सेक्टर ने भी इस मामले को लेकर केस दर्ज किया है। 

सांप तस्करी का मामला

सांपों के तस्करी का मामला एक गंभीर समस्या है जो भारत में उच्च लाभ कमाने का साधन कर रही है।
यह तस्करी संतोषजनक ताक़तों द्वारा की जाती है और इसके पीछे विभिन्न प्रकार के भयंकर गतिविधियाँ होती हैं।
इसमें सांपों को पकड़ने, पालने और विपणन के लिए व्यापारिक इच्छा होती है, और यह सांपों के प्राकृतिक आवासों को 
प्रभावित करता है।

"जहर से कैसे बनाया जाता है नशा"

नशा एक खतरनाक समस्या है जो आजकल समाज में बढ़ती जा रही है। यह नशा अक्सर जहर से बनाया जाता है और 
उसका उपयोग कई गंदे उद्देश्यों के लिए होता है।
इस लेख में, हम जहर से कैसे नशा बनाया जाता है इसके बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

जहर और नशा

नशा बनाने के लिए अक्सर जहर का उपयोग किया जाता है, जो खुद में हानिकारक होता है। जहर के संदर्भ में यह 
मादक पदार्थों के बनाने में उपयोग किया जाता है, जिनमें नशा पैदा करने वाले प्रदान करने वाले तत्व शामिल होते हैं। ये
मादक पदार्थ शारीरिक और मानसिक तौर पर आपके तंतु मंतर में परिवर्तन कर सकते हैं और नशा की अवधि के दौरान 
आपको आलस्य, हैशियान, और अपने व्यवहार में परिवर्तन का अहसास करा सकते हैं।

 जहर से नशा बनाने की प्रक्रिया

नशा बनाने की प्रक्रिया में जहर का उपयोग धीरे-धीरे और सावधानीपूर्वक किया जाता है, क्योंकि यह जीवन के लिए 
हानिकारक हो सकता है। यहां एक सामान्य तरीका है जिसका उपयोग नशा बनाने के लिए किया जाता है:

1. **जहर का चयन**: पहले, नशा बनाने वाले व्यक्ति एक या एक से अधिक प्रकार के जहर का चयन करते हैं। 
जहर का प्रकार नशे की प्रकृति पर निर्भर करता है, जैसे कि वायरसी, शारीरिक, या मानसिक नशा।

2. **जहर का तत्व अलग करना**: फिर जहर के मादक तत्व को अलग किया जाता है, जिसमें नशे का मूल घटक 
होता है। यह सामान्यत:लज़ाम, तार, या अन्य मादक पदार्थ हो सकते हैं।

3. **संयोजन और बनाना**: जहर के तत्व को संयोजन किया जाता है और नशे का बनावटी रूप दिया जाता है। इसमें 
विशेष रूप से तार्किक प्रक्रियाएँ और उपाय हो सकते हैं, जो नशे के प्रकार के आधार पर विभिन्न होते हैं।

4. प्रयोग: नशे को प्रयोग करने से पहले, यह मादक पदार्थ को सावधानीपूर्वक और सही मात्रा में लिया जाता है, क्योंकि 
अत्यधिक मात्रा आपके स्वास्थ्य को खतरे में डाल सकती है।

नशे के प्रभाव

नशा के प्रभाव शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार के होते हैं। यह व्यक्ति के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता 
है और उनके व्यवहार में परिवर्तन कर सकता है।
इसलिए, नशा बनाने और प्रयोग करने के गंदे उद्देश्यों के बजाय हमें इस खतरनाक प्रक्रिया से दूर रहना चाहिए और 
समाज को नशा की समस्या को समझने और उसका सामना करने के तरीकों को समझने की आवश्यकता है।


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